भारत अर्थात इंडिया - Bharat or ,in the English language, India






 भारत अर्थात इंडिया यही लिखा है भारत के संविधान के प्रथम अनुच्छेद 1 में।  इसके साथ ही अंग्रेजी भाषा  में लिखें संविधान के पहले अनुच्छेद में लिखा है  India, that is Bharat . 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के माननीय सदस्यों ने हिंदी और अंग्रेजी संविधान पर हस्ताक्षर किए थे।  अतः  स्पष्ट है कि हमारे देश का नाम भारत ही है जिसे अंग्रेजी भाषा में इंडिया के नाम से जाना जाता है।  इसमें किसी प्रकार की शंका नहीं है। संविधान सभा में 4 दिनों तक अनुच्छेद 1 पर चर्चा हुई थी 15 नवंबर, 17 नवंबर 1948 और  17 सितंबर, 18 सितंबर 1949 जिसमें मुख्य मुद्दा था कि 4 नवंबर 1948 को डॉ अंबेडकर द्वारा पेश किए गए प्रारूप संविधान के अनुच्छेद 1 में केवल इंडिया शब्द का प्रयोग किया गया था. भारत का उल्लेख नहीं था।  संविधान सभा में संशोधन के माध्यम से "भारत "को अनुच्छेद  एक में जोड़ा गया। प्रारुप संविधान अंग्रेजी भाषा में ही पेश किया गया था।  हिंदी संविधान के अनुवाद का प्रमाणीकरण डॉ  राजेंद्र प्रसाद जी द्वारा 24 जनवरी 1950  को किया था। जिसमें स्पष्ट रूप से हिंदी भाषा  में लिखा है  भारत अर्थात इंडिया और अंग्रेजी भाषा  में लिखा  है  India , that is Bharat.  भाषा की दृष्टि से अनुसूची 8 महत्वपूर्ण है जहां सभी भारतीय भाषाओं का उल्लेख है। सूची में अंग्रेजी का नाम नहीं लिखा गया है. हिंदी को राजभाषा -राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है। अतः स्पष्ट है कि हमारे देश का नाम भारत है जिसे अंग्रेजी भाषा में इंडिया के नाम से जाना जाता है। आयरलैंड में तो उस देश के संविधान में स्पष्ट लिखा है  Name of the State is Ire , in the English language Ireland.

 डॉ राजेंद्र प्रसाद जी का मत था कि भारत और इंडिया में कोई भेद नहीं है भाषा की दृष्टि से ही हिंदी में भारत और अंग्रेजी में इंडिया का मामला है  एचडी कामाथ  का प्रस्ताव था कि आयरलैंड  की तर्ज पर भारत के संविधान में लिखाना चाहिए Bharat , or in the English language India. भारत को कई देश हिंदुस्तान के नाम से जानते हैं और भारत  के निवासियों को हिंदू शब्द से संबोधित करते हैं चाहे वह किसी भी पंथ संप्रदाय या धर्म का हो। जिसका इतिहास में सिंधु नदी के पार रहने वाले लोगों से भी अभिप्राय  है।  भारत शब्द से कामत ने कहा कि दुष्यंत और शकुंतला के पुत्र भरत के नाम से हमारे देश का नाम भारत के रूप में विश्व में स्थापित हुआ। देश के  नामकरण के दौरान   भारतवर्ष ,भारत , हिन्द, हिंदुस्तान  पर चर्चा हुई थी। 

हमारे देश का नाम भारत है इसमें कोई शंका नहीं है  .संविधान सभा ने भी इस महत्वपूर्ण विषय पर संशोधन कर हमारे देश का नाम भारत के रूप में स्वीकार किया। हिंदी में संविधान को पड़ने पर अनुच्छेद एक स्पष्ट है- भारत अर्थात इंडिया।  अंग्रेजी में  संविधान में अनुच्छेद 1 कहता है  India that is Bharat  को  संविधान सभा में  के वी कामत के प्रस्ताव के अनुसार  Bharat or, in the English language, India  लिखा जावे तो देश के नाम पर भाषा के कारण शंका का समाधान हो सकता है.

Comments

  1. Great presentation on important issue

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  2. भारत एक प्राचीन देश है न कि 1947 में बना एक देश! इसका नाम हमेशा भारत/भारत वर्ष रहा है.
    India that is Bharat लोगों को confuse करता है.

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