डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के प्रारूप समिति के अध्यक्ष बनने का संक्षिप्त विवरण
डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के प्रारूप समिति के अध्यक्ष बनने का संक्षिप्त विवरण
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (संविधान सभा के अध्यक्ष) ने 30 जून 1947 को बी.जी. खेर (मुंबई प्रेसिडेन्सी के प्रधानमंत्री) को पत्र लिखा -
Apart from any other consideration, we have found Dr. Ambdedkar's work both in the Constitutional Assembly and the various committees to which he was appointed to be of such an order as to require that we should not be deprived of his services. As you know that he was elected from Bengal and after the division of that Province, he has ceased to be a member of the Constitution Assembly. I am anxious that he should attend the next session of the Constitution Assembly. I am anxious that he should attend the next session of the Constitution Assembly commencing from 14th July and it is, therefore, necessary that he should be elected immediately. (Dr. Babasaheb Ambedkar : Writings and Speeches, Vol. 13, pp 25-26)
इसी तरह, सरदार वल्लभभाई पटेल ने भी बी.जी. खेर को पत्र लिखा। इन दोनों पत्रों का सार यह है-
1. अन्य कुछ बातों का विचार करते हुए संविधान सभा की विभिन्न समितियों में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने जो काम किया है, इससे उनका संविधान सभा में रहना बहुत आवश्यक हो गया है। आप जानते ही हैं कि, वे बंगाल से निर्वाचित हुए थे, लेकिन वह हिस्सा पाकिस्तान में चले जाने उनकी सदस्यता अपने-आप ही रद्द हो गई। 15 जुलाई को हो रही संविधान सभा की बैठक में डॉ. आंबेडकर उपस्थित रहने चाहिए ऐसा मुझे लगता है, इसलिए उन्हें निर्वाचित करवाना चाहिए।
2. कल रात आप से जो वार्तालाप हुआ उसे मानते हुए 15 जुलाई के भीतर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को निर्वाचित कराने का प्रबंध पूरा करें। चार तारीख तक आवेदन प्रस्तुत होने पर 15 जुलाई तक चुनाव होगा। अन्य उम्मीदवारों को अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए हम मना सकते है।
इन दो पत्रों से ध्यान में आता है कि, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और सरदार वल्लभभाई पटेल ने अगुवाई कर मुंबई विधान सभा से डॉ. बाबासाहब को संविधान सभा में निर्वाचित कराया। संविधान सभा में निर्वाचित होने के बाद 29 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति बनी। इस प्रारूप समिति में डॉ. बी.आर. आंबेडकर सदस्य थे। 30 अगस्त 1947 को प्रारूप समिति ने डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को सर्वसम्मति से अपना अध्यक्ष चुना।
(पृष्ठ संख्या 26 व 27, हम और हमारा संविधान - रतेश पतंगे)
Comments
Post a Comment