हिंदी भाषा में संविधान का प्राधिकृत पाठ : संक्षिप्त लेखा जोखा
09 दिसम्बर, 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई। उसी दिन श्री रघुनाथ विष्णु धूलेकर ने आग्रह किया कि संविधान सभा की कार्यवाही हिन्दी में होनी चाहिए।
1. श्री घनश्याम सिंह गुप्त। वे अधिवक्ता थे, मध्य प्रांत की विधान सभा के अध्यक्ष और संविधान सभा के सदस्य थे।
2. पं. कमलापति त्रिपाठी। वे ‘संसार’ के संपादक और संविधान सभा के सदस्य थे। बाद में वे उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री बने।
3. डा. रघुवीर। ख्याति प्राप्त भाषाविद्, कोशकार और इतिहासकार।
4. श्री हरिभाऊ उपाध्याय। स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, गांधीजी की कृतियों के अनुवादक। बाद में राजस्थान में मंत्री बने।
5. डा. नगेंन्द्र। तत्समय आकाशवाणी में सलाहकार। दिल्ली विश्वविद्यालय में अनेक वर्षों तक हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहे।
6. श्री बालकृष्ण। विधि के स्नातक और राजनीतिशास्त्र के प्राघ्यापक। तत्समय संविधान सभा के सचिवालय में कार्यरत। तत्पश्चात् राजभाषा (विधायी) आयोग के सदस्य सचिव बने।
1. श्री घनश्याम सिंह गुप्त, अध्यक्ष
2. डा. सुनीति कुमार चटर्जी, विख्यात भाषाविद्। बाद में पश्चिम बंगाल विधान परिषद् के अध्यक्ष।
3. पं. राहुल सांकृत्यायन। संस्कृत सहित 22 भाषाओं के ज्ञाता। प्रसिद्ध इतिहासकार, विचारक और लेखक। हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के अध्यक्ष।
4. पं. जयचंद्र विद्यालंकर। माने हुए इतिहासकार और लेखक।
5. श्री मोटुरी सत्यनारायण। हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम के ज्ञाता, गांधीवादी, हिंदी भाषा प्रचार सभा, मद्रास के सचिव।
6. श्री यशवंत रामकृष्ण दाते। मराठी के कोशकार और विद्वान।
7. न्या. डबल्यू. आर. पुराणिक, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश।
8. प्रो. मुजीब। उर्दू के विद्वान। जामिया मिलिया में प्रोफेसर।
9. श्री बालकृष्ण इस समिति के भी सचिव थे।
24 जनवरी, 1950 को हिन्दी की प्रति पर 282 हस्ताक्षर है जबकि अंग्रेजी प्रति पर 278।
वर्ष 1968 में हिन्दी के संविधान की विधिक स्थिति पर बहस।
संविधान के लिए हिन्दी में प्राधिकृत पाठ के लिए मंत्रियों का समूह का गठन (19 मार्च 1986)
1. श्री पी.वी. नरसिंह राव, गृह मंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री
2. श्री बी. शंकरानंद, जल संसाधन मंत्री
3. श्री के.सी. पंत, इस्पात और खान मंत्री
4. श्री वसंत साठे, ऊर्जा मंत्री
5. श्री एम. अरूणाचलम, औद्योगिक विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री
6. श्री हंसराज भारद्वाज, विधि और न्याय मंत्री
संविधान का हिन्दी में प्राधिकृत पाठ
संविधान (संशोधन) विधोयक 27 फरवरी, 1987 को गृह मंत्री श्री बूटा सिंह ने पुरःस्थापित किया।
यह लोक सभा से 24.11.1987 को और राज्य सभा से 26.11.1987 को पारित हुआ।
राष्ट्रपति ने अनुमति 09.12.1987 को दी।
25.8.1988 पुस्तक प्रकाशित हुई
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