महाराणा प्रताप --स्वधर्म और स्वराज के प्रतीक
महाराणा प्रताप & स्वधर्म और स्वराज के प्रतीक हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप और अकबर के बीच युद्ध के निर्णय को लेकर आज तक चर्चा हो रही है। युद्ध में किसकी हार हुई \ किसकी जीत \ इस पर विद्वान इतिहासकारों का एक मत क्यों नहीं बन पा रहा \ यह समझ से परे है जबकि युद्ध की घटना \ युद्ध में पहले आक्रमण किसने किया \ युद्ध में सेना की क्षमता किसकी ज्यादा थी \ युद्ध में पीछे कौन हटा \ पीछे हटना क्या युद्ध में रणनीति का भाग नहीं होता \ युद्ध की नैतिकता सामान्य परिस्थितियां की नैतिकता में भिन्नता होती है। इस पर कोई दो राय नहीं है। युद्ध में कौन जीता और कौन हारा इसका आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि किस प्रकार उस युद्ध ने भविष्य को नई दिशा दी। भारत के इतिहास में महाराणा प्रताप को स्वधर्म और स्वराज के लिए जीवन त्यागने वाले योद्धा के रूप में उदाहरण प्रस्तुत किया। जो कि तत्कालिक परिस्थितियों में भारतीय राष्ट्रीयता और विदेशी ...